कॉलम:समय बदल चुका है इसलिए हमें अपनी सारी इंद्रियों को लगातार सद्कर्म में
डेमोक्रेसी समिट:बाइडेन का 111 देशों को संबोधन; बोले तानाशाही से लोकतंत्र को खतरा
‘समिट फॉर डेमोक्रेसी’ के उद्घाटन भाषण में अपने वर्चुअल संबोधन में अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडेन ..
पं. विजयशंकर मेहता का कॉलम:समय बदल चुका है इसलिए हमें अपनी सारी इंद्रियों को लगातार सद्कर्म में लगाए रखना होगा
शास्त्रों का वचन है- ‘सुपुष्पित: स्यादफल: फलवान् स्याद् दुरारुह:। इसका अर्थ है राजा को ऐसे पेड़ के समान बन जाना चाहिए जिसमें फूल तो बहुत हों, फल बिलकुल न लगें। बड़ी गहरी बात है यह ..
एन. रघुरामन का कॉलम:अगर आप अपने शहर को सबसे स्वच्छ बनाने का सपना देख रहे हैं, तो फेंकने की संस्कृति में बदलाव लाना शुरू कर दें
जब भी मैं इंदौर में सुबह सैर करता हूंं, गर्व की अनुभूति होती है कि मैं लगातार पांचवे साल देश के सबसे स्वच्छ शहर की सड़कों पर चल रहा हूं। दो दिन के प्रवास पर इंदौर आया मैं शुक्रवार को ..